" अल्फ़ाज़ - ज़ो पिरोये मनसा ने "

ज़र्रों में रह गुज़र के चमक छोड़ जाऊँगा ,
आवाज़ अपनी मैं दूर तलक छोड़ जाऊँगा |
खामोशियों की नींद गंवारा नहीं मुझे ,
शीशा हूँ टूट भी गया तो खनक छोड़ जाऊँगा||

शापित है उस हसीना की चौखट...


कुछ यूँ शापित है उस हसीना की चौखट "मनसा",
लेके दिल अपना , शख़्स कोई लौट न सका ।।


4 comments:

मनसा मतलब =wish will or what

 

बहुत उम्दा लिखा है आप ने

आप को होली की खूब सारी शुभकामनाएं

नए ब्लॉग पर आप सादर आमंत्रित है

नई पोस्ट

स्वास्थ्य के राज़ रसोई में: आंवले की चटनी

razrsoi.blogspot.com